मंदसौर। ग्राम बसई में मछली पालन के लिए बनाए गए सरकारी तालाब पर पूर्व में बसई पंचायत के सरपंच ने बांट दिए पट्टे जिसको लेकर आए दिन यहां के स्थानीय मछुआरे और पंचायत के बीच विवाद की स्थिति बन रही है। ग्राम पंचायत बसई के मछुआरों ने मीडिया के सामने वर्तमान सरपंच पर आरोप लगाते हुए बताया कि पूर्व में शासन द्वारा बसई में तालाब गहरीकरण लिए तत्कालीन कलेक्टर ने एक लाख और जय अंबे तालाब मत्स्य पालन महिला समिति ने 50 हजार की सहयोग राशि से इसे गहरा करवाया। सन 2013 से जय अंबे तालाब मत्स्य पालन महिला समिति बसई स्थित तालाब में मछली पालन कर रही है और 2016 से ग्राम पंचायत ने ठहराव प्रस्ताव कर 2026 तक समिति को मछली पालन के लिए दिया है इसके बावजूद भी वर्तमान सरपंच मछुआरों से उनका रोजगार छीनकर भूमाफियाओं को सरकारी जमीन खफाने में लगा है। मछुआरों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि शासन ने मनरेगा योजना के अंतर्गत इस तालाब का निर्माण कर हमें स्वरोजगार उपलब्ध करा है लेकिन वर्तमान सरपंच ने पुराने कार्यकाल में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शासकीय जमीन पर पट्टे काट दिये। जो आज बार-बार विवाद की स्थिति उत्पन्न कर रहा है। मीडिया से बातचीत करते हुए मछुआरों ने बताया कि यदि शासन हमारी और संज्ञान नहीं लेता तो हम सब परिवार सहित धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज राज्य प्रशासन तक पहुंचाएंगे।
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